संसार की पाँच सर्वश्रेठ बाते जिसके पीछे लोग भाग रहे हैं!

संसार की पाँच सर्वश्रेठ बाते जिसके पीछे लोग भाग रहे हैं!

भजन 49:9-20
👉इस भजन में बहुत सुंदर रीति से दर्शाया गया हैं. की संसार के बातो के पीछे भागना अपने प्राणों कॊ सीधा अधोलौक में उतारना हैं.

आज हम इन बातो कॊ सीखेंगे !

पहली बात 👉बुद्धिमान
दूसरी बात 👉सम्पत्ति
तीसरी बात 👉प्रतिष्ठा
चौथी बात 👉सुंदरता
पाँचवी बात 👉धन

👉ये हैं वो पाँच बातें जिसके पीछे सारा संसार भाग रहा हैं और अब मसीही भी इसके आदि बन गये हैं!

हम इन बातो का स्पष्टीकरण देखेंगे!

1) बुद्धिमान 👉आज संसार में लोगो कॊ उनके गुणों से उनकी काबलियत  से जाना जाता हैं.
👉पर वचन कहता हैं
भजन 49:10 में की
 👉बुद्धिमान भी मरते हैं!

2)सम्पत्ति👉आज हर कोई जमापूंजी जायदाद इकठ्ठा करने के लिये दिन रात परिश्रम कर रहे हैं
ताकी  सुकून से रह सके
👉पर अन्त में क्या रह जायेगा!
👉वचन कहता हैं
भजन 49:10-11में
👉मूर्ख और पशु सरीखे मनुष्य भी दोनो नष्ट होते हैं, और अपनी सम्पत्ति दूसरो के लिये छोड़ जाते हैं!
वे मन ही मन यह सोचते हैं की उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढी से पीढी तक बने रहेंगे!

3)प्रतिष्ठा 👉आज लोगो कॊ नाम और रुतबा कमाना लोग उनका नाम जाने इसकी तलब उनके मन में रहती हैं पर कौन इस प्रतिष्ठा कॊ सदैव बनाये रखेगा!
👉वचन केहता हैं
भजन 49:12 में
👉मनुष्य प्रतिष्ठा पाकर भी स्थिर नहीं रहता, वह पशुओं के समान होता हैं, जो मर मीटते हैं!

4) सुंदरता👉संसार की रीति पर  सुंदरता ही सारी बातो की पहचान हैं ऐसा कहाँ जाता हैं खूबसूरती के लोग दीवाने हैं
👉 पर इसका अन्त आखिर क्या मिलेगा.
👉वचन कहता हैं
भजन 49:14 में
👉उनका सुन्दर रुप अधोलोक का कौर हो जाएगा और उनका आधार कोई न रहेगा!

5) धन 👉पैसा ये संसार का भगवान माना जाता हैं क्योंकि परमेश्वर से बढ़कर लोग पैसे कॊ पुजते हैं.
लोग पैसे कॊ पाने के लिये क्या कुछ  नहीं कर रहे
👉पर क्या धन उनको जीवन दे सकेगा!
👉वचन कहता हैं
भजन 49:16-17
👉धनी मर कर कूछ भी साथ न ले जाएँगा; न उसका वैभव उसके साथ कब्र में जाएगा!

👉प्रियो आज जिन बातो के पीछे संसार और मसीही भी भाग रहे हैं वो बदले में हमे कुछ नहीं दे सकती ना हमे जिन्दगी दे सकती हैं
और ना स्वर्ग में जगह दे सकती हैं.
👉हम आज जानकर भी अंजान बनते हैं और वही गलतीयां करते हैं पर इन बातो का अन्त हमे अधोलोक में सीधा उतारेगा.

👉संसार की और से इन बातो को  प्राप्त करना नुकसान देता हैं और उसका अन्त मृत्यु हैं.

👉पर परमेश्वर की और से मिली हुई ये पाँच बाते सदैव स्थिर और जीवन देने वाली ठहरती हैं!👇

1) बुद्धिमान👉नीतिवचन 3:3-4
में कहता हैं
👉कृपा और सच्चाई कॊ अपने जीवन में बनाए रखने के द्वारा तू अति बुद्धिमान होगा!

2) सम्पत्ति👉व्यवस्थाविवरण 8:18
में केहता हैं
👉तू अपने परमेश्वर यहोवा कॊ स्मरण रखना क्योंकि वही हैं जो तुझे सम्पत्ति प्राप्त करने की सामर्थ्य देता हैं.

3) प्रतिष्ठा👉नीतिवचन 11:16 में केहता हैं
👉लोगों पर अनुग्रह करने के द्वारा तू अपनी प्रतिष्ठा कॊ कभी खोयेगा नहीं!

4) सुंदरता👉नीतिवचन 31:30 में कहता हैं
👉यहोवा का भय मानना तुझे सुंदरता  देगा!
अर्थ 👉चाहे तू दिखने में कितने भी विद्रूप क्यों ना हो पर यदि तूम परमेश्वर का भय मानते हो तो लोग तेरी प्रशंसा ज़रूर करेंगे!

5)धन 👉नीतिवचन 10:22 में कहता हैं
👉धन यहोवा की आशिष ही से मिलता हैं और वह उसके साथ दुःख नहीं मिलाता!.

👉ये वो पाँच बाते हैं जब  परमेश्वर की और से मिलती हैं तब सदैव स्थिर रहती हैं और सुख देती हैं.

👉निर्णय हमारे हाथ हैं आशिष क्षण भर की चाहिये जो संसार की ओर से मिलती हैं.

👉या फ़िर आशिष परमेश्वर की और से चाहिये जो सदैव टिकी रहेगी!.
👉यदि परमेश्वर की और से चाहिये तो उससे लिपटकर रहना पड़ेगा!.

👉निर्णय आपका हैं.

GOD BLESS U

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